कोटला – स्वयंम
कोरोना वायरस की चेन ब्रेक करने के लिए हिमाचल सरकार द्वारा कुछ बंदिशों सहित जो रात्रि कर्फ्यू एवं शनिवार एवं रविवार का लॉकडाउन लगाया गया है । वह जनहित में सही फैसला सरकार द्वारा लिया गया है । यह बोल ग्राम पंचायत डोल भटहेड के पूर्व पंचायत समिति सदस्य एवं वर्तमान उप प्रधान साधु राम राणा ने कहे ।
उन्होंने कहा कि रोज़मर्रा जरूरत की दुकानों खोलने की जो छूट मैडिकल स्टोर सब्जियों फलों और दूध की दुकानों तक सीमित रखी गई है । इसे बढ़ाकर करियाना ,कपड़ा एवं मिठाई की दुकानों को भी खुला रखने की छूट प्रदान करनी चाहिए ।
क्योंकि हमारे प्रदेश में छोटे छोटे स्तर की मार्केटें एवं छोटे छोटे स्तर के रोज़मर्रा जरूरत के जनरल स्टोर आकार की दुकानें हैं जिनमें फल सब्जियां दूध करियाना आदि संयुक्त रूप से बिक्री हेतु रखे होते हैं । अतः इन हालात में तो वर्तमान आदेशों पर दुकानदारों में भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है कि वह अपनी दुकानें खुली रखें या बंद।
करियाना और कपड़े की दुकानों का खुला रहना इसलिए भी जरूरी है कि यदि कोई अनहोनी होती तो करियाना एवं कपड़े की दुकान पर ही दाहा संस्कार संबंधी सामग्री लेना पड़ती है। इसके इलावा दूध दही आदि भी अधिकतर तौर पर मिठाई की दुकानों पर मिलता है इसलिए मिठाई की दुकानों का खुला रहना भी जनहित में ज़रुरी है।
अतः सरकार एवं प्रशासन से मांग की जाती है जनहित में करियाना , कपड़ा एवं मिठाई की दुकानों को भी लाकडाउन में खुला रखने का निर्णय लिया जाए ताकि रोजमर्रा की वस्तुएं लोगों को जरुरत अनुसार मिलती रहें। और छोटे दुकानदारों जैसे रेहड़ी फड़ी वालों की सहायता की जानी चाहिए।