काश बेटी का शव ही मिल पता अब आखिरी निशानी के तौर इन कपड़ों को गाजियाबाद ले जाया जाएगा। कुल्लू जिला के मणिकर्ण घाटी के ब्रह्मगंगा नाले में आई बाढ़ में चार लोग बह गए जिसमें गाजियाबाद की रहने वाली युवति विनीता भी इसमें बह गई।
कुल्लू-आदित्य
विनीता उर्फ विन्नी के पकड़े देख पिता विनोद डागर भावुक हो गए। काश बेटी का शव ही मिल पता, अब आखिरी निशानी के तौर इन कपड़ों को गाजियाबाद ले जाया जाएगा। कुल्लू जिला के मणिकर्ण घाटी के ब्रह्मगंगा नाले में आई बाढ़ में चार लोग बह गए जिसमें गाजियाबाद की रहने वाली युवति विनीता भी इसमें बह गई। वीरवार को परिजन कुल्लू पहुंचे और इसके बाद ब्रह्मगंगा गए जहां पर बेटी बह गई थी।
यहां पर परिजनों ने दिन भर नदी नाले के दोनों छोर पर बेटी की तलाश की लेकिन शशाम तक कोई सुराग नहीं लग पाया। थक हार कर पिता मायुस हुआ और सुबह तड़के बेटी की तलाश में निकल पड़ा। सुबह बेटी के कुछ पहनने के पकड़े पिता को मिले और अनको बार बार देखकर पिता भवुक हो गया।
रोते हुए पिता विनोद डागर ने कहा कि अब विनीता की याद में इन्हीं पकड़ों को गाजियाबाद ले जाया जाएगा। हालांकि गाजियाबाद मेंं परिजनों को अभी तक यकीन ही नहीं है कि विनीता नहीं मिल रही है। इसलिए परिजन कुल्लू आए हैं। इसमें विनीता के पिता विनोद डागर, मामा विकास चौधरी, विनीता के जीजा देवेंद्र सिंह, और डा. कृष्ण पाल सिंह आए हैं।