बद्दी में बंकरमैन कंपनी ने विकसित की स्वदेशी तकनीक, स्पेशल लैब में परीक्षण
सोलन/बद्दी – रजनीश ठाकुर
बद्दी स्थित कंपनी बंकरमैन ने एक ऐसी स्वदेशी तकनीक विकसित की है, जिसके द्वारा सिगरेट, सिगार, बीड़ी व हुक्के आदि से निकले हुए धुएं को आसानी से बंकरमैन के फिल्टरों में शोषित करके उनको जैविक खाद में बदल दिया जाता है। कंपनी ने ये संयंत्र देश के कुछ पांच सितारा होटलों और हवाई अड्डों मे बने धूम्रपान कक्षों से प्राप्त हुई खास मांग को ध्यान मे रखते हुए बनाए हैं।
धूम्रपान कक्षों मे सिगरेट आदि के धुएं से अकसर कार्बन डाइआक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड, फॉर्मलडिहाइड, नाइट्रोजन डाइआक्साइड, बेंजीन, पीएम 2.5 व पीएम 10 आदि नुकसानदायक गैसें व पदार्थ निकलते हैं, जो ऐक्टिव स्मोकर्स की सेहत के लिए तो नुकसानदायक होते ही हैं, लेकिन उसके साथ-साथ ये वातावरण को भी प्रदूषित करते हैं, जिसका प्रतिकूल असर बाकी लोगों की सेहत पर भी पड़ता है।
बंकरमैन के चेयरमैन मेजर जनरल डा. श्रीपाल (रिटायर्ड) ने अपने इन संयंत्रों का परीक्षण हाल ही मे अपनी फैक्टरी में बनी स्पेशल लैबोरेटरी में किया। परीक्षण के दौरान उन्होंने प्रत्यक्ष रूप से दिखाया कि किस तरह सिगरेट स्मोकिंग के कारण धूम्रपान कक्ष मे ये खतरनाक गैसें पैदा होती हैं और किस तरह बंकरमैन के फिल्टर्स इन सभी घातक गैसों को अपने अंदर सोख लेते हैं, जिसको बाद मे मिनरल्स रिच ऑर्गेनिक खाद मे बदलकर पेड़ पौधों को एक उर्वरक के रूप मे दिया जाता है।
डा. श्रीपाल ने बताया कि इस समय इस नई तकनीक को पूरे विश्व मे अपनाने की आवश्यकता है, तभी हम विश्व की बढ़ती हुई ग्लोबल वार्मिंग और क्लाइमेट चेंज की समस्या पर काबू पा सकेंगे। इन टेस्टों के सफल परिणामों की जानकारी को उन्होंने देश के संबंधित सरकारी विभागों और विशेषज्ञों से भी साझा किया जिसकी सभी ने सराहना की।