दिल्ली- नवीन गुलेरिया
दिल्ली से सटे गुरुग्राम में एक बेटे की दरिंदगी का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। मिली जानकारी के मुताबिक, गुरुग्राम शहर में बृहस्पतिवार रात को बेटे ने अपनी बुजुर्ग मां को बीच सड़क पर चाकुओं से गोद दिया, जबकि मां की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है और वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल है। वहीं, चाकुओं के वार से घायल महिला को गंभीर हालत में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां पर उसकी मौत हो गई। जान गंवाने वाली महिला का नाम वीणा, जबकि रिश्ते को शर्मसार करने वाले बेटे का नाम मनीष भंडारी है।
वहीं, बेटा मनीष तब तक हमला करता रहा जब तक मां बुरी तरह घायल होकर बेहोश नहीं हो गई। इसके बाद वह आराम से स्कूटी पर बैठकर फरार हो गया, लेकिन वारदात के कुछ ही घंटे के भीतर न्यू कालोनी थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
वह काफी समय से मानसिक रूप से परेशान चल रहा है। खाना देने के दौरान बेटे ने हमला किया। इस वारदात ने लोगों को हिलाकर रख दिया है।
रेलवे में चीफ बुकिंग सुपरवाइजर के पद से सेवानिवृत रणवीर कुमार भंडारी पिछले कई वर्षों से शिवपुरी इलाके में रहते हैं। उनका अपना मकान है। उनका बेटा मनीष भंडारी दो साल पहले तक टीसीएस कंपनी में इंजीनियर (बी-टेक) के पद पर कार्यरत था।
बताया जाता है कि लाकडाउन के दौरान उसकी नौकरी चली गई, तभी से वह मानसिक रूप से परेशान चल रहा है। साथ ही उसकी पिछले चार साल से पत्नी श्वेता के साथ भी विवाद चल रहा है। इस वजह से पत्नी बेटे कुश के साथ सेक्टर-81 इलाके की एक सोसायटी में अलग रह रही है।
यही नहीं मनीष भी अपने माता-पिता से अलग शिवपुरी इलाके के ही मकान नंबर 459/9 रह रहा था। इसके बाद भी प्रतिदिन मां खाना लेकर बेटे के घर पहुंचाती थीं। प्रतिदिन की तरह ही मां 66 वर्षीय वीणा भंडारी खाना लेकर बृहस्पतिवार रात खाना देकर वापस घर लौट रही थीं।
उसी दौरान इलाके में ही शिव वाटिका के नजदीक मनीष स्कूटी से पहुंचा और मां से बातचीत करने लगा। वहीं पर रणवीर कुमार भंडारी भी पहुंच गए थे। उन्हें पत्नी ने घर जाने के लिए कहा। इस पर वह घर चले गए। कुछ ही मिनट बाद बेटे ने मां को रास्ते पर ही पटक दिया।
इसके बाद पांच-छह बार चाकू से उनके ऊपर हमला किया। गर्दन पर भी चाकू लगने की वजह से कुछ ही मिनट के भीतर शांत हो गईं। शोर होने पर रणवीर कुमार भंडारी मौके पर पहुंचे और खून से लथपथ पत्नी को नजदीक एक निजी अस्पताल में पहुंचाया। वहां से जिला नागरिक अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। वीणा भंडारी स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत थीं।