सोलन- जीवन वर्मा
देश में बच्चों व किशोरों (शून्य से लेकर 18 वर्ष) के लिए कोरोना से बचाव के लिए सिंगल डोज वैक्सीन का उत्पादन जल्द शुरू हो सकता है। सेंट्रल ड्रग लैब (सीडीएल) कसौली ने जानसन एंड जानसन कंपनी की वैक्सीन को मान्यता दे दी है। सीडीएल की ओर से फिलहाल करीब दो लाख डोज के बैच का मंजूरी दी है।
यह वैक्सीन बच्चों को आपात स्थिति में लगाए जाने के लिए मुहैया होगी। जानसन एंड जानसन कंपनी को भारत सरकार ने देश में वैक्सीन उत्पादन के लिए मान्यता दी है। कंपनी की ओर से वैक्सीन उत्पादन से पहले जांच के लिए सैंपल सीडीएल कसौली भेजे थे।
सैंपल भेजे जाने के बाद चरणबद्ध तरीके से इनकी जांच की गई। एक सप्ताह तक जांच किए जाने के बाद वैक्सीन सभी मानकों पर खरी उतरी है। बताया जा रहा है कि बायो ई कंपनी देश में इस वैक्सीन का फार्मूलेशन करेगी व पांच एमएल की वायल में यह वैक्सीन मुहैया करवाई जाएगी। इस सिंगल डोज वैक्सीन की कीमत क्या होगी और कब तक यह बाजार में आएगी, यह अभी तय नहीं है।
अब तक स्वास्थ्य विभाग के पास ऐसी कोई भी वैक्सीन नहीं है, जो बच्चों को आपात स्थिति में दी जा सके। बीते सप्ताह कैडिला कंपनी की जायकोव डी वैक्सीन को सीडीएल से मान्यता मिली थी। यह वैक्सीन 12 से 18 वर्ष तक के किशोरों को ही लगाई जा सकती है।
जानसन एंड जानसन की सिंगल डोज वैक्सीन कोरोना से लडऩे में 65 से 85 फीसद तक सक्षम है। देश में कोरोना की तीसरी लहर का खतरा अभी बना हुआ है। जानसन एंड जानसन व कैडिला कंपनी की वैक्सीन जीवनरक्षक साबित हो सकती हैं। सीडीएल कसौली के अधिकारियों ने वैक्सीन को मान्यता दिए जाने की पुष्टि की है।