फिर एक बार अकिल बक्शी बने गरीबों के मसीहा, झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले 10 परिवारों के लिए तैयार करके दिया एक शेड, भारी बारिश के दौरान डर के साए में जीने को मजबूर थे यह परिवार, जानकारी मिलने के 15 दिनों के भीतर ही बना दिया पक्का आशियाना
नूरपुर – स्वर्ण राणा
जनसेवा में एक अलग ही पहचान बनाने वाले पूर्व भारतीय प्रशासनिक अधिकारी अकिल बक्शी के चर्चे विधानसभा नूरपुर में फिर एक बार उनकी दरियादिली के लिए हो रहे है।इस बार उनकी कृपा ऐसे परिवारों पर बरसी है जो 15 वर्षों से झुग्गी झोपड़ियों में अपना जीवन यापन कर रहे थे।
मूलतः होशियारपुर से सबंध रखने वाले यह हिन्दू परिवार कई सालों से छतरोली पंचायत में रह रहे थे।झुग्गियों में इतने वर्ष रहने के बाद किसी की इनपर नजर इनायत नहीं हुई और अंततः सामाजिक सरोकार के कार्य करने वाले अकिल बक्शी के ध्यान में इन परिवारों की हालत को लेकर जानकारी दी गई।
अकिल बक्शी ने इन परिवारों के लिए 15 दिन के अंदर एक शेड बनाकर दे दिया। अब इस शेड में यह दस परिवार भारी बारिश में कम से कम अपना सिर छुपा सकते है जबकि बारिश के दौरान झुग्गियों पर डाली गई तरपालें सिर ढकने के लिए पर्याप्त नहीं थी।
इन परिवारों ने अकिल बक्शी का दिल से आभार जताया और कहा कि आज इनकी बजह से उन्हें छत नसीब हुई है वहीं उन्होंने स्थानीय पंचायत प्रधान राजिंदर कुमार का भी आभार जताया जिन्होंने उनके आधार कार्ड, राशन कार्ड तक बनाकर दिए।
ज्ञात रहे कि अकिल बक्शी अपनी अच्छी खासी जॉब का त्याग कर पिछले कई सालों से विधानसभा में सामाजिक सरोकार के कार्यों को अंजाम दे रहे है जिनमे आज तक कई पक्के घर बनाकर लोगो दिए है।
वहीं युवाओं के लिए खेल सामग्री, खेल प्रतियोगिताएं, पंचायतों में लाइब्रेरी खोलने, महिला सशक्तिकरण के लिए निशुल्क सिलाई कड़ाई प्रशिक्षण के साथ ब्यूटीपार्लर ट्रेनिंग दी गई है। उनके इन्ही कार्यों को लेकर आज विधानसभा में घर घर उनके चर्चे हो रहे है।