शिमला- जसपाल ठाकुर
हिमाचल प्रदेश के छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं इस मुद्दे को लेकर विधानसभा में मामला गरमाया। सत्ता पक्ष और विपक्ष ने इस मुद्दे पर चिंता जाहिर की है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि यह गंभीर चिंता का विषय है कि हिमाचल प्रदेश के बड़ी संख्या में लोग वहां पर फंसे हुए हैं। प्रदेश सरकार इन छात्रों को वापस लाने के लिए प्रयास कर रही है। छात्रों को लाने का मामला केंद्र सरकार से उठाया गया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के छात्र सभी जिलों से मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए गए हुए हैं।
प्रदेश के विभिन्न जिलों से यूक्रेन के कई हिस्सों में स्थित मेडिकल यूनिवर्सिटीज में छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। यूक्रेन में भी कोरोनावायरस के चलते आनलाइन पढ़ाई हो रही थी। लेकिन पिछले कुछ समय के बाद हालात सुधरने की स्थिति में छात्रों को विश्वविद्यालय में जाकर पढ़ाई करने का मौका मिला था। लेकिन अब रोज का आक्रमण होने के चलते स्थिति बिगड़ी है।
इससे पूर्व विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने पाइंट आफ़ वाटर के माध्यम से विषय उठाया। सरकार को पता लगाना चाहिए कि यूक्रेन में हिमाचली छात्र कितनी संख्या में फंसे हुए हैं। इन छात्रों को भारत सरकार निशुल्क वापस लाने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि अभिभावक अपने बच्चों की स्थिति को लेकर बहुत परेशान हैं।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सदन में जानकारी रखते हुए कहा कि जिस तरह से रूस के हमलों के कारण यूक्रेन में युद्ध की स्थिति गंभीर होती जा रही है। ऐसे में नहीं कहा जा सकता कि युद्ध कब तक चलेगा।
सीएम हेल्पलाइन में 12 घंटे में 60 लोगों ने जानकारी डाली
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सदन में जानकारी दी कि सरकार ने यूक्रेन में फंसे छात्रों और लोगों को वापस लाने के लिए मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर जानकारी डालने के लिए कहा था। रात को करीब 8 बजे हेल्पलाइन का संदेश दिया गया था। अभी तक हेल्पलाइन पर 60 लोगों ने जानकारी डाली है कि उनके बच्चे या फिर उनके लोग यूक्रेन में फंसे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि यह सही तौर पर नहीं कहा जा सकता कि यूक्रेन में हिमाचल में कितने लोग फंसे हुए हैं। लेकिन प्राप्त जानकारी के अनुसार अधिक संख्या में छात्र वहां पर फंसे हुए हैं।