ऊना – अमित शर्मा
कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र में प्रदेश सरकार द्वारा प्रस्तावित पर्यटन विकास योजना को लेकर शुक्रवार को पूर्व मंत्री एवं भाजपा नेता वीरेंद्र कंवर ने जिला प्रशासन से मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ उन परिवारों के लोग भी मौजूद थे, जो इस प्रस्तावित साइट पर कई सालों से खेती कर रहे हैं।
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि पर्यटन विकास इस विधानसभा क्षेत्र की सबसे बड़ी जरूरत है, लेकिन इस विकास की आड़ में स्थानीय लोगों के अधिकारों का हनन नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित साइट को निजी फर्म को देने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है, लेकिन इस क्षेत्र में लगभग 150 परिवार ऐसे हैं जो 1970 के एक आदेश के तहत भूमि पर मलिकाना हक न होने के बावजूद खेती कर रहे हैं और अपनी आजीविका चला रहे हैं।
वीरेंद्र कंवर ने इस बात पर ज़ोर दिया कि इन परिवारों की कृषि योग्य भूमि को इस योजना से बाहर रखा जाना चाहिए, जहां वे खेती और पशुपालन का काम करते हैं। इसके साथ ही, उन्होंने स्थानीय लोगों द्वारा पर्यटन के चलते रेहड़ी-फड़ी के जरिए चलाए जा रहे छोटे-मोटे व्यवसायों की सुरक्षा की मांग की। उन्होंने कहा कि पर्यटन विकास के नाम पर इन लोगों की रोजी-रोटी पर संकट नहीं आना चाहिए।
इसके अलावा वीरेंद्र कंवर ने इस क्षेत्र में पर्यटकों द्वारा फैलाए जा रहे पॉलिथीन कचरे के मुद्दे को भी उठाया। उन्होंने कहा कि पॉलिथीन खाने से चारागाह में चरने वाले दुधारू पशुओं की मौत हो रही है, जिसके प्रति प्रशासन को सख्त कदम उठाने की जरूरत है।

