धर्मशाला- राजीव जस्वाल
धर्मशाला नगर निगम की बैठक में उस वक्त हंगामा हो गया जब नगर निगम के उपमहापौर की जुबान फिसल गई। वार्ड नौ की पार्षद सुषमा ने चुप बैठने को कहने पर हंगामा किया। कहा कि जब विषय पर चर्चा चल रही है तो उस पर सभी पार्षदों को बात रखने का हक है, लेकिन इस तरह से यह कहना कि तूम चुप बैठों गलत है। जिसका कांग्रेस पार्षदों ने भी विरोध जताया।
पार्षद सविता कारकी व अन्य पार्षदों ने भी इस पर सवाल उठाया, गहमागहमी हो गई। ऐसे उप महापौर का बचाव करने के लिए महापौर ओंकार नैहरिया को बीच बचाव में उतरना पड़ा। जिस पर पूर्व मेयर देवेंद्र जग्गी ने कहा कि बिजली विभाग बिना एनओसी के विद्युत कनेक्शन न देने की बात कर रहा है। जबकि सरकार ऐसी घोषणा कर चुकी है कि एनओसी की जरूरत नहीं है।
लेकिन जिन लोगों ने कनेक्शन लेने हैं वह परेशानी में है कि वह क्या करें। जबकि बिजली आयोग ने फिर से मामला सरकार के समक्ष उठाने की बात कही है। ऐसे में देवेंद्र जग्गी ने सवाल उठाया और आग्रह किया कि हाउस के माध्यम से सरकार को घोषणा जल्द पूरी करने के लिए प्रस्ताव भेजा जाए।
उपमहापौर सर्वचंद पर सविता कारकी ने सवाल उठाया कि हमारा और तुम्हारा वाली बात गलत है। सदन में हमारा तुम्हारा नहीं सब जनता के लिए होता है। सभी को जनता ने चुन कर भेजा है। अन्य कांग्रेस के पार्षद भी हंगामे में शामिल हुए तो महापौर ओंकार नैहरिया खुद बीच बचाव में उतरे और कहा कि सरकार ने घोषणा की थी कि बिना एनओसी के बिजली मीटर लगेंगे।
इस बारे में सदन का प्रस्ताव सरकार को जल्द घोषणा पूरी करने को भेजा जाएगा ताकि जनता को लाभ मिले। लेकिन सदन की बैठक में उपमहापौर की जुबान फिसलने पर हंगामा हो गया।