
कांगड़ा- राजीव जसवाल
गणतंत्र दिवस पर पतंजलि योगपीठ हरिद्वार में योग ऋषि स्वामी रामदेव तथा वैद्य ऋषि आचार्य बालकृष्ण ने तिरंगा फहराया। अपने ओजस्वी संदेश में योग ऋषि ने देश को विश्व गुरु तथा आत्म निर्भर बनाने का आह्वान किया।
अपने वक्तव्य में आचार्य बालकृष्ण ने अनुसन्धान के नवीनतम प्रयासों द्वारा आयुर्वेद पद्धति को सर्वसुलभ बनाने पर बल दिया।
इस अवसर पर योग ऋषि स्वामी रामदेव ने कहा कि कविराज डॉ मनोहरलाल आर्य को मध्यप्रदेश सरकार द्वारा राष्ट्रीय कालिदास पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पतंजलि योगपीठ के लिए गौरव का विषय है।
डॉ आर्य को पतंजलि योगपीठ का गौरव बताते हुए उन्हें श्रेष्ठतम काव्य लेखन हेतु एक लाख रुपए का नकद पुरस्कार तथा अन्य अमूल्य उपहार व शाल आदि भेंट कर सम्मानित किया। आचार्य बालकृष्ण ने डॉ आर्य की उत्कृष्ट प्रतिभा की काफी प्रशंसा की।
उल्लेखनीय है कि डॉ आर्य के इस सम्मान से पूरा हिमाचल प्रदेश भी गौरवान्वित है। इस अवसर पर सुपुत्री शुभम दीक्षित ने अपने पिता की उपलब्धियों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह सब ईश्वर कृपा से ही संभव हुआ है और इसका श्रेय आचार्य बालकृष्ण तथा योग ऋषि स्वामी रामदेव को दिया।
डॉ आर्य कांगड़ा के रहने वाले है। वह पतंजलि योगपीठ में संस्कृत विभाग के विभाग अध्यक्ष व हिमाचल में देवभाषा का गौरव है। पिछले कई वर्षो से वह काव्य लेखन का कार्य कर रहे है। इससे पहले उन्होंने डीएवी कॉलेज कांगड़ा में भी 34 वर्षो तक संस्कृत विषय के छात्रों को पढ़ाया है। इनकी अनेक संस्कृत रचनाएं अबतक प्रकाशित हो चुकी हैं।
