कुल्लू , मनदीप सिंह
बंजार निवासी मंजू के पति का कुछ महीने पहले अल्सर फट जाने से अचानक देहांत हो गया। तत्पश्चात मंजू पर दुखों का पहाड़ टूट गया। जमा पूंजी सब इलाज में खर्च हो गई.
उनकी बुजुर्ग सास-ससुर के पास भी कोई आमदनी का कोई साधन नहीं है। खेती-बाड़ी करके वह अपना गुजारा बड़ी मुश्किलों से कह पाते हैं । कुछ महीने गुजारने के पश्चात मंजू ने अपने मायके नगर में आने का फैसला किया।
मंजू के साथ उसकी 4 वर्षीय बेटी भी उसके साथ मायके में आकर रहने लगी। यहां भी हालात कुछ ठीक नहीं थे। ऊपर से बिटिया का खर्चा भी परिवार वालों को उठाना पड़ रहा है.
मंजू चाहती है कि वह अपने मां बाप के ऊपर बोझ ना बने. कुछ काम करके वह अपने बुजुर्ग मां-बाप का भी सहारा बनना चाहती है. मंजू ने सिलाई व कढ़ाई का काम बचपन में ही सीख लिया था।
अब वह सिलाई करके अपना पालन पोषण करना चाहती है। लेकिन बिना सिलाई मशीन से रोजगार खोलना मुश्किल लग रहा था।
रोजगार खोलने के लिए वह कार सेवा दल संस्था से आकर मिली और आपबीती संस्था को बताई। संस्था के अधिकारियों ने मंजू की एक-एक बात पर गौर किया और उसे रोजगार चलाने हेतु सिलाई मशीन व अन्य सामग्री स्थानीय जनता के सहयोग से दी.
इस नेक कार्य में अमित शर्मा, रामप्रसाद शर्मा, नरेंद्र शर्मा, रामनारायण ,जगदीश उपस्थित रहे.