हिमखबर डेस्क
राजकीय महाविद्यालय ऊना में एमए इंग्लिश की परीक्षा के दौरान अनियमितताओं के सामने आने के बाद पुलिस ने छात्र सहित एक अन्य के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की रिपोर्ट के आधार पर शिक्षा निदेशालय ने उक्त मामले की जांच और एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए थे, जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
एक ही छात्र के दो आंसर शीट में मामले में कार्रवाई
बता दें कि, 25 जून को ऊना कॉलेज में आयोजित एमए इंग्लिश की पेपर परीक्षा में एक छात्र की दो अलग-अलग उत्तर पुस्तिकाएं विश्वविद्यालय में मूल्यांकन के लिए पहुंचीं थी। इस खुलासे के बाद परीक्षा प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो गए थे।
विश्वविद्यालय के अनुसार पहली आंसर शीट एग्जाम समाप्त होने के अगले दिन जमा हुई, जबकि दूसरी आंसर शीट कॉलेज के पास करीब एक महीने तक सुरक्षित रखी गई और बाद में इसे हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) भेजा गया, जो परीक्षा प्रक्रिया के नियमों के बिल्कुल विपरीत था।
क्या है पूरा मामला?
वहीं, शिक्षा निदेशालय को यह जानकारी 17 नवंबर को मिली, जब HPU के कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन की ओर से भेजा गया पत्र निदेशालय कार्यालय में प्राप्त हुआ। पत्र में दो उत्तरपुस्तिकाएं मिलने की पुष्टि की गई थी। इसके बाद निदेशालय ने पूरे मामले की जांच करवाई।
जांच में पाया कि परीक्षा छात्र ने अपनी नियमित प्रक्रिया में एक आंसर शीट जमा की, जबकि दूसरी आंसर शीट किसी और माध्यम से बाद में जमा की गई। ऐसे में संदेह है कि कॉलेज के कुछ कर्मचारियों की भी इस अनियमितता में भूमिका निभाई हो सकती है।
इसी आधार पर शिक्षा निदेशालय ने एक आधिकारिक पत्र एवं ईमेल के माध्यम से थाना सदर ऊना को निर्देश जारी किए कि छात्र और इस प्रक्रिया में शामिल अन्य कर्मचारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए।
पुलिस अधीक्षक ऊना अमित यादव के बोल
वहीं, पुलिस अधीक्षक ऊना अमित यादव ने इस मामले में कहा है कि पुलिस ने शिकायत के आधार पर छात्र के अलावा कॉलेज में तैनात अन्य कर्मचारियों पर भी संलिप्तता के संदेह के आधार पर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस विश्वविद्यालय और कॉलेज दोनों पक्षों से जानकारी लेकर पूरे मामले की तह तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। फिलहाल इस पूरे मामले में आगामी तफ्तीश जारी है।

