व्यूरो रिपोर्ट
हरियाणवी लोक गायिका हत्या प्रकरण में शुरू से लेकर अबतक पुलिस की लापरवाही साफ नजर आ रही है। युवती की गुमशुदगी की शिकायत देने के एक दिन बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया और फिर जांच के नाम पर लीपापोती करती रही। लिहाजा, आरोपित अपने मंसूबे में कामयाब हुए और हरियाणा के महम क्षेत्र में युवती की हत्या कर शव को दफना दिया।
अब, युवती के स्वजन बार-बार दुष्कर्म का आरोप लगा रहे हैं, वहीं पुलिस इस मामले में अभी भी लीपापोती करती नजर आ रही है। स्वजन का कहना है कि युवती का शव अर्धनग्न अवस्था में मिला था, जिसके सुबूत उनके पास हैं। ऐसे में पुलिस को मामले में दुष्कर्म की धारा भी जोड़नी चाहिए।
युवती के स्वजन ने खुद किया आरोपित का पीछा
पीड़ित पक्ष का कहना है पुलिस के सुस्त रवैये के कारण उन्होंने अपने स्तर पर युवती की तलाश शुरू की तो उनके हाथ हरियाणा के भिवानी रोड स्थित एक ढाबे की फुटेज लगी, जिसमें अनिल व युवती एक कार से निकलते नजर आ रहे हैं। इस फुटेज में युवती नशे की हालत में नजर आ रही है। युवती लड़खड़ा रही है। इनका कहना है कि अनिल का इरादा शुरू से ही सही नहीं लग रहा था।
आठ मई को भी अनिल ने बुलाया था युवती को
हरियाणवी लोक गायिका के भाई का कहना है कि अनिल ने आठ मई को उनकी बहन को काल कर जरूरी काम से बहादुरगढ़ बुलाया था। तब युवती के साथ उनका एक साथी भी गया था। अनिल को इस बात का अंदाजा नहीं था, युवती के साथ उनका साथी भी होगा।
जब उसकी नजर युवती के साथी पर पड़ी तो उसने कहा कि अब काम नहीं है, बाद में आना। इसके बाद 11 मई को अनिल ने फिर फोन कर युवती को बुलाया था। उसने कहा था कि एक एल्बम में युवती को काम करना है।
इसके बाद वह युवती को अपने साथ लेकर घूमता रहा। पीड़ित पक्ष ने फुटेज के आधार पर आशंका जाहिर की है कि युवती को पहले नशे की गोली दी गई और फिर गलत हरकत की गई।
नशे की बात पर पीड़ित पक्ष द्वारा जोर दिए जाने की एक बड़ी वजह यह भी है कि 11 मई की रात युवती से जब उनकी एक दोस्त ने बात की तो उन्होंने कहा कि अभी उन्हें चक्कर आ रहे हैं।
पुलिस पर लगा रहे गंभीर आरोप
लोक गायिका के भाई का कहना है कि मामले की जानकारी दिए जाने के एक दिन बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया। इतना ही नहीं शिकायत दर्ज किए जाने के बाद भी पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई।
स्वजन ने जिन लोगों पर संदेह जताया, उनसे पुलिस ने पूछताछ तक नहीं की। इनका कहना है कि इस मामले में भले ही अभी दो आरोपित गिरफ्तार हुए हैं, लेकिन हत्या की वारदात में और भी लोग शामिल हैं, जिन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
लोक गायिका के भाई का कहना है कि उन्होंने सबसे पहला संदेह रवि पर जाहिर किया था। क्योंकि रवि के खिलाफ उनकी बहन ने जाफरपुरकलां थाना में दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके अलावा अनिल पर भी संदेह उन्होंने जाहिर किया, क्योंकि उनकी बहन के एक दोस्त ने बताया था कि अनिल ने ही उनकी बहन को फोन कर बहादुरगढ़ बुलाया था।
ऐसे में संदेह की सूई दोनों की ओर घूम रही थी, लेकिन पुलिसकर्मियों ने यह कहकर उनकी बातों को अनसुना कर दिया कि ऐसे किसी से पूछताछ नहीं की जा सकती है।
सिविल डिफेंस में वालेंटियर थी युवती
लोक गायिका के भाई ने बताया कि उनकी बहन सिविल डिफेंस में वालेंटियर थी। आठ लोगों के परिवार में पांच बहन और एक भाई थे। परिवार का खर्च फिलहाल लोक गायिका व उनके इकलौते भाई ही उठा रहे थे। अब जबकि युवती की मौत हो चुकी है, ऐसे में पूरे परिवार का गुजारा कैसे होगा, यह एक कठिन प्रश्न है।