कुल्लू – मनदीप सिंह डांग
हिमाचल के जनजातिय् जिला लाहौल स्पीति के पट्टान घाटी के ब्रदंग के अजय (12) वर्षीय जो पिछले काफी वर्षो से दिमाग की बीमारी से जुझ रहा है।
बचपन में ही अजय के पैदा होते ही 7 महीने का ही उसके सिर मैं ऐसी फैंसी बनी और छोटी उम्र में ही परिवार वालों को जान बचाने के लिए सर्जरी करवानी पड़ी और सिर से पेट के सीधी तरफ के रास्ते से पाइप लगी जो लगभग 7 साल तक इसी के सहारे जीवन जीने को मजबूर हैं ।
8 साल की उम्र में पाइप को बदलने के लिए आईजीएमसी शिमला जाना पड़ा। जहां डॉक्टरों द्वारा पूरी जांच के बाद बताया गया कि सिर पर जो जख्म था वह अभी खत्म नहीं हुआ। उसके लिए आपको पीजीआई जाकर टेस्ट करवाने होंगे और आगामी इलाज वहीं पर होगा।
पीजीआई पहुंचकर अजय के पिता ने हर प्रकार के टेस्ट करवाए। जहां भारी-भरकम खर्चा हुआ। फिर भी पूरी तरह उस जख्म का डॉक्टर पता नहीं लगा सके। कुछ समय पीजीआई रहने के पश्चात डॉक्टरों द्वारा घर जाने की सलाह दी गई।
कुछ साल धीरे-धीरे बीतते गए। अब अजय की उम्र 12 साल हो चुकी है और इसे अब फिर से कुछ समस्या का सामना करना पड़ रहा है। डॉक्टर द्वारा बताया गया है कि यदि सर्जरी जल्दी हुई तो ठीक होने के चांस भी है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ बाद में समस्या का हल होना मुश्किल है ।
इलाज में अभी तक काफी खर्चा हो चुका है। आगामी इलाज अब हेल्थ कार्ड के जरिए भी हो रहा है लेकिन कई टेस्ट इत्यादि बाहर से होते हैं। अजय बचपन से अभी तक 3 बार पी जी आई चंडीगढ से ब्रेन सर्जरी करवा चुके है।
अजय बरदंग के प्राइमरी स्कूल मे पढ़ता है। अजय के पिता हीरा सिंह ने बताया की अजय को अचानक स्कूल मैं चक्कर आया और गिर गया। स्कूल के अध्यापक ने तुरंत उन्हे फोन किया और अजय को अजय के पिता ने इलाज़ के क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू दाखिल करवाया। डॉक्टर द्वारा इन्हें पीजीआई रेफर किया गया है।
इलाज के लिए हरि सिंह ने अपनी लिए अपनी ज़मीन तक गिरवी रखी है और बैंक से लोन तक ले चुके है। खुद मजदूरी का काम करते हैं। कर्जा चुका पाना अब बहुत ही मुश्किल हो गया है। अजय के इलाज़ के लिए घाटी के लोगों ने भी धनराशि एकत्रित की है।
अजय के परिवार की आर्थिक सिस्थी इतनी अच्छी नही है की उसका इलाज़ का खर्चा उठा सके। हरि सिंह के परिवार में उनकी पत्नी, अजय, वह दो बेटियां हैं, जो कि सरकारी स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रही है। परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ही दयनीय है।
कुल्लू जिला की कई सामाजिक संस्थाएं भी अजय के इलाज के लिए आगे आई हैं। आज मिली जानकारी के अनुसार अजय के पिता इलाज के लिए चंडीगढ़ पहुंच गए हैं। कार सेवा दल संस्था द्वारा आगे जरूरत पड़ने पर और भी मदद की जाएगी।