कांगड़ा- राजीव जसबाल
चम्बा-कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के सांसद किशन कपूर द्वारा पंचायत सचिवों के खिलाफ दिए गए बयान पर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदेश के अलग-अलग विकास खंडों में कार्यरत पंचायत सचिवों ने सांसद के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
हिमाचल प्रदेश पंचायत सचिव एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष अमित जसरोटिया ने जसवां में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि यदि सांसद किशन कपूर ने अपने शब्द वापस नहीं लिए तो प्रदेशभर में पंचायत सचिव पंचायतों का कामकाज ठप्प कर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
बता दें कि सांसद किशन कपूर ने कहा था कि पंचायत सचिव पंचायत प्रतिनिधियों को गुमराह करते हैं तथा उनके कारण विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। अमित जसरोटिया ने सांसद से पूछा कि क्या पंचायत पदाधिकारी अपने सांसद या विधायक को विकास कार्यों से संबंधित प्रस्ताव नहीं भेज सकते। क्या सरकार ने प्रस्ताव भेजने पर प्रतिबंध लगा रखा है।
उन्होंने कहा कि केंद्र तथा राज्य सरकार की अधिकांश योजनाओं को ग्राम पंचायतों द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है तथा पंचायत सचिव इन योजनाओं को धरातल पर लागू करने के लिए दिन-रात सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। करीबन विभागों के कार्य पंचायतों को सौंप दिए गए हैं जिस कारण पंचायत सचिव मानसिक तनाव जैसी स्थिति से गुजर रहे हैं।
बावजूद इसके सांसद ने पंचायतों में विकास न होने के लिए पंचायत सचिवों को जिम्मेदार ठहराया है जिसकी पंचायत सचिव संघ निंदा करता है। उन्होंने कहा कि यदि सांसद ने अपने बयान पर सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी तो प्रदेशभर की पंचायतों में इसका सीधा असर देखने को मिलेगा।
उधर, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज के पंचायत सचिव संघ कांगड़ा की बैठक अध्यक्ष नरेश कुमार धीमान की अध्यक्षता में हुई। इसमें सांसद किशन कपूर के बयान पर कड़ा रोष प्रकट किया है।
बैठक में जोगिंद्र कुमार, राकेश कुमार, अजीत कुमार, रिंकू कुमार, पवन कुमार, जीवन कुमार, ईश्वर दास, कुसुमलता, संजीवन कुमार, संजय कुमार, नैतिक डोगरा व रवि कुमार आदि मौजूद थे।