शहीद नमांश स्याल पंचतत्व में विलीन, सैन्य सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

--Advertisement--

धर्मशाला, 23 नवंबर – हिमखबर डेस्क 

तेजस क्रैश में शहीद हुए पायलट फ़्लाइट लेफ्टिनेंट नमांश स्याल का पार्थिव शरीर आज उनके पैतृक गाँव पटियालकर पहुंचा, जहाँ क्षेत्रभर के लोग नम आँखों से अपने वीर सपूत को अंतिम विदाई देने पहुंचे।

इस अवसर पर आयुष, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री यादविंद्र गोमा, पर्यटन निगम के अध्यक्ष (कैबिनेट रैंक) आर.एस. बाली, हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम के उपाध्यक्ष अजय वर्मा, उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा, देहरा के पुलिस अधीक्षक मयंक चौधरी, एसडीएम मनीष शर्मा, पूर्व मंत्री विपिन सिंह परमार, पूर्व विधायक अरुण मेहरा, तथा भारतीय सेना और वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने शहीद पायलट नमांश स्याल को उनके गाँव पटियालकर में पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

शहीद के पार्थिव शरीर के गाँव पहुँचने पर सम्पूर्ण क्षेत्र शोक और गर्व की भावना से भर उठा। उपस्थित अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और सैन्य अधिकारियों ने परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि शहीद पायलट नमांश स्याल का बलिदान राष्ट्र सदैव स्मरण रखेगा।

माननीय मंत्री यादविंद्र गोमा, उपमुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया, पर्यटन निगम के अध्यक्ष आर.एस. बाली, परिवहन निगम के उपाध्यक्ष अजय वर्मा, तथा उपायुक्त हेमराज बैरवा गगल हवाई अड्डे पर भी मौजूद रहे और परिवार को इस दुख की घड़ी में ढाढ़स बंधाया।

इससे पहले रविवार दोपहर करीब एक बजे उनकी पार्थिव देह एयरफोर्स के विशेष विमान से गगल स्थित कांगड़ा हवाई अड्डे पर लाई गई। नमांश स्याल के माता-पिता, पत्नी व बेटी भी पार्थिव देह के साथ आए।

कांगड़ा एयरपोर्ट पर उनकी पत्नी विंग कमांडर अफशां एयरफोर्स की वर्दी में पति की पार्थिव देह के साथ पहुंची। यहां से पार्थिव देह को उनके पैतृक गांव पटियालकड़ ले जाया गया।

यहां मोक्षधाम में सैन्य सम्मान के साथ नामांश स्याल की अंत्येष्टि की गई। शहीद के पार्थिव शरीर का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि उनके ताया के पुत्र निशांत ने दी।

बता दें कि विंग कमांडर नमांश स्याल हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के नगरोटा बगवां के रहने वाले थे। उनकी शुरुआती पढ़ाई डलहौजी के दिल्ली पब्लिक स्कूल से हुई, जिसके बाद उन्होंने सैनिक स्कूल सुजानपुर तिहरा से आगे की शिक्षा पूरी की।

शुरू से ही उनका रुझान सेना की ओर था और भारतीय वायुसेना में शामिल होकर उन्होंने देश की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित किया।

शुक्रवार को दुबई एयर शो के दौरान तेजस विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी। गांव में उनके घर पर रिश्तेदार, पड़ोसी और परिचित बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं।

शहीद के चाचा जोगिंदर स्याल ने कहा कि परिवार को अपने बेटे की शहादत पर गर्व है, लेकिन उसका असमय जाना अपूरणीय क्षति है।

--Advertisement--
--Advertisement--

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

--Advertisement--

Popular

More like this
Related

बीजेपी के बलात्कारी विधायक पर कार्यवाही के लिए डीजीपी-एसपी को कोई फोन क्यों नहीं: छत्तर ठाकुर

हिमखबर डेस्क हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष छत्तर सिंह...

राजकीय महाविद्यालय रिड़कमार में करियर मार्गदर्शन व्याख्यान आयोजित

शाहपुर - नितिश पठानियां गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज रिड़कमार में विद्यार्थियों...

राम मंदिर: मंगल भवन अमंगल हारी…राम सिया राम, सिया राम जय जय राम

अयोध्या में ऐतिहासिक ध्वजारोहण समारोह  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार सुबह...

हिमाचल में वोकेशनल ट्रेनर्स को बड़ी राहत, साल में मिलेगा 52 दिन का अवकाश

हिमखबर डेस्क हिमाचल प्रदेश में वोकेशनल ट्रेनर को छुट्टियों को...