हिमखबर डेस्क
कांगड़ा जिले में बीते कुछ दिनों से हो रही मूसलधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है। शुक्रवार को भी बारिश और भूस्खलन के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा और लाखों रुपये का नुकसान हुआ।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार जिले में दो कच्चे मकान पूरी तरह से ढह गए। 24 कच्चे, एक पक्का मकान के अलावा 32 गोशालाओं और दो रसोई घरों को नुकसान पहुंचा है।
शाहपुर विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत करेरी के गांव जंबली में भारी भूस्खलन से एक दुकान और गोशाला मलबे में समा गई। हादसे में एक गाय और दस से अधिक बकरियों की मौत हो गई। एक पक्के समेत आठ मकानों को भी नुकसान पहुंचा हैं।
मौके पर पहुंचे एसडीएम धर्मशाला मोहित रत्तन और तहसीलदार गिरीराज ठाकुर ने प्रभावितों को सुरक्षित निकालकर प्राथमिक पाठशाला और रावमापा करेरी में अस्थायी रूप से शिफ्ट किया। इन परिवारों को राशन किट और फौरी राहत भी प्रदान की गई है।
- इसके अलावा ज्वालामुखी के तहत एक कच्चा मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त, 5 कच्चे मकानों और 6 गोशालाओं को नुकसान पहुंचा है।
- ज्वाली में एक कच्चा मकान और गोशाला,
- जयसिंहपुर में पांच कच्चे मकानों और दो गोशालाओं को क्षति पहुंची है।
- नगरोटा बगवां के तहत चार कच्चे मकानों और नौ गोशालाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं।
- देहरा के तहत एक कच्चा मकान पूरी तरह से ढह गया। यहां गोशाला को नुकसान पहुंचा है।
- धर्मशाला के तहत एक कच्चे मकान और दो गोशालाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं।
- कांगड़ा उपमंडल के तहत दो कच्चे मकान और तीन गोशालाओं को बारिश के कारण नुकसान पहुंचा है।
- राजस्व विभाग की टीमें नुकसान का आंकलन करने सहित लोगों को फौरी राहत पहुंचाने में जुटी है।