मंडी – अजय सूर्या
जिला मंडी के पंडोह के कैंची मोड़ से लेकर माता बगलामुखी तक बनाए गए रोपवे के रोमांचक सफर को लेकर स्थानीय लोगों व पर्यटकों में क्रेज देखा जा रहा है. इसी के चलते उद्घाटन के बाद सिर्फ दो दिनों के अंदर विभाग ने 94 हजार के करीब कमाई कर ली है. 3 दिसंबर को रोपवे का सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उद्घाटन किया था और 4 दिसंबर से रोपवे को लोगों के लिए पूरी तरह से सुचारू कर दिया गया है.
पहले दिन 34 हजार से ज्यादा की कमाई
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर रोपवे की पहले दिन की कमाई की जानकारी साझा की है. जिसमें डिप्टी सीएम ने बताया कि रोपवे ने पहले दिन, 4 दिसंबर को 34,215 रुपए की कमाई की है. रोपवे के उद्घाटन के बाद आरटीडीसी (रोपवे एंड रैपिड ट्रांसपोर्ट डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन) ने कैंची मोड़ से लेकर माता बगलामुखी तक बनाए गए रोपवे का किराया निर्धारित कर दिया है. जिसमें स्थानीय लोगों को बड़ी रियायत दी गई है.
आरटीडीसी द्वारा स्थानीय लोगों के लिए रोपवे का निर्धारित किराया-
- व्यस्कों के लिए एकतरफा यात्रा का शुल्क 30 रुपए
- व्यस्कों के लिए दोतरफा यात्रा का शुल्क 50 रुपए
- बच्चों के लिए एकतरफा यात्रा का शुल्क 15 रुपए
- बच्चों के लिए दोतरफा यात्रा का शुल्क 25 रुपए
आरटीडीसी पर्यटकों के लिए रोपवे का निर्धारित किराया-
- व्यस्कों के लिए एकतरफा यात्रा का शुल्क 150 रुपए
- व्यस्कों के लिए दोतरफा यात्रा का शुल्क 250 रुपए
- बच्चों के लिए एकतरफा यात्रा का शुल्क 75 रुपए
- बच्चों के लिए दोतरफा यात्रा का शुल्क 125 रुपए
रोपवे एंड रैपिड ट्रांसपोर्ट डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (RTDC) महाप्रबंधक मनीष साहनी के बोल
रोपवे एंड रैपिड ट्रांसपोर्ट डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (RTDC) के महाप्रबंधक मनीष साहनी ने बताया कि पहले दिन रोपवे से 34 हजार 215 और दूसरे तीन 59 हजार 700 रुपये की कमाई की गई है.
₹53.89 करोड़ की लागत से बना रोपवे
बता दें कि पंडोह डैम के साथ ब्यास नदी के ऊपर बने इस रोपवे का बीती 3 दिसंबर को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उद्घाटन किया था. इस रोपवे को बनाने के लिए 53.89 करोड़ रुपए की लागत आई है. पंडोह-बगलामुखी रोपवे की लंबाई 700 मीटर है. इस रोपवे में 2 ट्रॉली हैं. जिसमें 16 लोग एक साथ बैठ सकते हैं. इस रोपवे के बनने से माता बगलामुखी मंदिर की दूरी 13 किलोमीटर से घटकर मात्र 800 मीटर रह गई है.
2022 में रखी थी रोपवे की अधारशिला
पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने साल 6 फरवरी 2022 में इस रोपवे की आधारशिला रख इसका शिलान्यास किया था. अब ये रोपवे पूरी तरह से सुचारू हो गया है और लोगों ने इसका लाभ उठाना भी शुरू कर दिया है. इस रोपवे के संचालन से मंडी जिले में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और आगामी समय में यहां पर पर्यटकों की आमद भी बढ़ेगी.