बीडीसी सदस्य सुषमा देवी ने गांव में आए फेरीवालों को हिमाचल में न आने की हिदायत दी थी। साथ ही उन्हें जय श्रीराम के नारे लगाने के लिए कहा था। जो उन पर भारी पड़ा है। सुषमा देवी को जिलाधीश के आदेशों के बाद निलंबित कर दिया गया है।
हिमखबर डेस्क
समुदाय विशेष के फेरीवालों से अभद्र व्यवहार करने पर लंबागांव खंड की गंदड़ बरडाम की पंचायत समिति सदस्य को जिलाधीश के आदेशों के बाद निलंबित कर दिया गया है। बीडीसी सदस्य सुषमा देवी ने गांव में आए फेरीवालों को हिमाचल में न आने की हिदायत दी थी। साथ ही उन्हें जय श्रीराम के नारे लगाने के लिए कहा था।
इस पर फेरीवालों ने विरोध किया था। इस तकरार का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद फेरीवालों ने पुलिस चौकी आलमपुर में एफआईआर दर्ज करवाई थी। बीडीओ की रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए डीसी कांगड़ा ने पंचायत समिति सदस्य को कारण बताओ नोटिस जारी कर एक हफ्ते के अंदर जवाब देने को कहा था। महिला सदस्य ने अपना जवाब भेज दिया था, लेकिन पंचायत समिति सदस्य का जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया।
डीसी ने निलंबन आदेश में कहा है कि पंचायत पदाधिकारी होने के बावजूद समिति सदस्य ने अपने कर्तव्य का सही ढंग से निर्वहन नहीं किया है। ऐसे में डीसी हेमराज बैरवा ने पंचायती राज अधिनियम के तहत बीडीसी सदस्य को उनके पद से निलंबित करते हुए उन्हें आदेश दिया है कि पंचायत समिति की संपत्ति उनके पास हो तो वह उसे बीडीओ लंबागांव को सौंपें।