लक्ष्मणगढ़/सीकर
कस्बें के निवासी व बेटा पढ़ाओ-संस्कार सिखाओ अभियान के संस्थापक, अध्यक्ष, पत्रकार, कवि हरीश शर्मा को स्वामी विवेकानंद राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
शक्ति फिल्म प्रोडक्शन की फाउंडर अंबालिका शास्त्री ने बताया कि सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट एवं सराहनीय कार्य करने एवं जन जागृति अभियान के माध्यम से समाज में एक नई मिशाल पेश करने के लिए लक्ष्मणगढ़ के कवि, पत्रकार हरीश शर्मा को राष्ट्रीय विवेकानंद राष्ट्रीय पुरस्कार 2024 से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार हरीश शर्मा के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
उन्होंने समाज में शिक्षा और संस्कारों को बढ़ावा देने के लिए अथक प्रयास किए हैं। उनके बेटा पढ़ाओ-संस्कार सिखाओ अभियान ने देश भर में लाखों लोगों को प्रेरित किया है।
हरीश शर्मा के बारे में
हरीश शर्मा एक प्रसिद्ध कवि, पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उन्होंने बेटा पढ़ाओ-संस्कार सिखाओ अभियान की स्थापना की, जिसका उद्देश्य बच्चों को शिक्षा प्रदान करना और उनमें संस्कारों को विकसित करना है।
इतना ही नही उन्होंने हाल ही में अपने जन्मदिवस के अवसर पर एक जन-जागृति अभिनव पहल “सड़क दुर्घटना में घायल हुए व्यक्तियों का वीडियो न बनाए उन्हें समय से अस्पताल पहुँचाकर मानवता का धर्म निभाए” का आगाज भी हरीश शर्मा के द्वारा किया गया था।
शर्मा का प्रयास घायलों का वीडियो बनाने वाले लोगों को प्रेरित कर जागरूक करना है ताकि उनके प्रयासों से किसी घायल को समय से उपचार मिल सकें।
पुरस्कार का महत्व
स्वामी विवेकानंद राष्ट्रीय पुरस्कार भारत के सबसे प्रतिष्ठित सामाजिक पुरस्कारों में से एक है। यह पुरस्कार उन लोगों को दिया जाता है जिन्होंने समाज में उल्लेखनीय योगदान दिया है। हरीश शर्मा को यह पुरस्कार मिलना उनके समाज सेवा के प्रति समर्पण का प्रमाण है।