ऊना, अमित शर्मा
प्रदेश सरकार के कोरोना कर्फ्यू फैसले को लेकर जहां प्रदेशवासी नाखुश हैं, वहीं व्यापारी वर्ग ने भी सरकार के फैसले को हास्यपद करार दिया है। हिमाचल प्रदेश व्यापार मंडल के प्रदेशाध्यक्ष सुमेश शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा लगाया गया कोरोना कर्फ्यू बिलकुल अनुभवहीन फैसला है।
कोरोना कर्फ्यू को ड्राफ्ट करने वालों को धरातल की सच्चाई मालूम नहीं हैं। कर्फ्यू परिस्थितियां हास्यपद हो गई है, जो कि किसी को भी समझ नहीं आ रही है। इससे न केवल सरकार की, बल्कि व्यापारियों की छवि भी खराब हो रही है।
शुक्रवार को विश्राम गृह ऊना में पत्रकार वार्ता के दौरान व्यापार मंडल के प्रदेशाध्यक्ष सुमेश शर्मा ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में जिस प्रकार से प्रदेश सरकार ने कोरोना कर्फ्यू लगाया है, उससे कभी भी कोरोना की चेन नहीं टूट सकती।
इससे प्रदेश में कोरोना बढ़ने के आसार है। उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश सरकार ने कोरोना चेन तोड़ने के लिए काई निर्णय लेना है, तो सख्ती से 10 या 15 दिनों के लिए सब कुछ बंद कर देना चाहिए। व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए कि कोई भी रोड पर न आ सके। मौजूदा हालात में सभी घर से बाहर घूम रहे हैं।
कुछ दुकानें बंद हैं, कुछ खुली हैं, ऐसे में कोरोना की चेन टूटना मुश्किल है। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से अनुरोध किया है कि जब भी व्यापारियों से संबंधित कोई भी व्यवस्था या कानून बनाने हों, तो व्यापारियों को विश्वास में लेकर ही करना चाहिए।
सुमेश ने प्रदेश सरकार से मांग उठाई कि या तो सभी दुकानें पूर्ण रूप से बंद कर दी जाए या फिर कोरोना कर्फ्यू के दौरान सुबह से लेकर दोपहर एक बजे तक सभी दुकानों को खोलने की अनुमति दी जाए। एक बजे के बाद सख्ती से सभी दुकानें बंद करने के साथ-साथ मूवमेंट पर भी रोक लगाई जाए।