बकलोह, भूषण गुरुंग
आज बकलोह में सबसे प्राचीन गुरुगोरख नाथ जी का मंदिर जो कि 1 /4 गोरखा राईफल के जवानों द्वारा 1867 में बनाया गया था उसमें दो यूनिट के जवानों और अधिकारियों द्वारा उनके यूनिट के धर्मगुरु अरूण कुमार पांडे द्वारा दोनो यूनिट के जेसीओ सूबेदार विमल थापा और सूबेदार सूदन थापा के अगुवाई में सबसे पहले बाबा की को दूध दही से नहलाया गया .
उनके बाद बाबा जी को बस्तर धारण करने के बाद जनेऊ घारण किया गया तत्पश्चात मंदिर परिसर मे ध्वजा रोहन के बाद बाबा जी को रोट चढ़ाया गया उसके बाद हवन पूजन किया गया। वही चिलामा रोड मे भी दो यूनिट 2/4जीआर और4/4जीआर के धर्म गुरु शंकर राज बिष्ट और उनके जवानों ओर अधिकारियों द्वारा अपने गुरु गोरखनाथ जी के मंदिर परिसर मे हवन पुजन किया गया.
उसके बाद यूनिट के पुराने रिटायर्ड लोगो को परशाद के रूप मे भोजन करवाया गया वही पंडित रविश ने बताया कि कल 14 गोरखा ट्रेनिंग सेंटर सबाथु के द्वारा बनाया गया गुरु गोरखनाथ जी के मंदिर पूजा अर्चना के बाद 22 तारिक को सभी यूनिट मिलकर काली माता के पूजां अर्चना के बाद सभी अपने अपनों यूनिटों को रवाना हो जायगे।