हक के लिए गरजे एंबुलेंस कर्मचारी, सीटू ने जिला मुख्यालय में की जोरदार नारेबाजी, उपायुक्त कार्यालय के बाहर दिया धरना, निकाली रैली
चम्बा – भूषण गुरूंग
हिमाचल प्रदेश 108 व 102 एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन चंबा संबंधित सीटू ने लंबित मांगों को लेकर जिला मुख्यालय में जोरदार हल्ला बोला। इस दौरान सीटू की जिला महासचिव सुदेश ठाकुर की अगुवाई में यूनियन के पदाधिकारियों व सदस्यों ने चौगान नं एक से लेकर उपायुक्त कार्यालय तक रैली भी निकाली।
इस दौरान मांगों के समर्थन में कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी भी की। इसके उपरांत यूनियन के पदाधिकारियों व सदस्यों ने दोपहर बाद तक उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना भी दिया।
इस दौरान सीटू की जिला महासचिव सुदेश ठाकुर व उपाध्यक्ष विपिन शर्मा, यूनिन के प्रधान सुनील कुमार, सचिव अमित कुमार, धीरज कुमार, याकूब व रिशू व पूजा ने धरने पर बैठे कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि कंपनी कर्मचारियों की मांगों को पूरा करने की बजाय तानाशाही कर रही है।
कर्मचारियों को प्रताडि़त किया जा रहा है। कुशल कर्मचारियों को अकुशल का वेतन दिया जा रहा है। न्यूनतम वेतन नहीं दिया जा रहा है। इसके लिए प्रदेश उच्च न्यायालय ने 2020 में आदेश भी दिया है। इसके बावजूद अदालत के फैसले को भी लागू नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार व श्रम विभाग भी कंपनी व विभाग पर कार्रवाई नहीं कर रहा है। इससे कर्मचारियों में खासा रोष है।
उन्होंने कहा कि यूनियन की मुख्य मांगों में हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय, सीजे एम कोर्ट शिमला व श्रम विभाग के अनुसार निर्धारित न्यूनतम वेतन को लागू किया जाए, बारह घंटे कार्य करने पर दोगुना ओवरटाइम का भुगतान, कर्मचारी भविष्य निधि की त्रुटियों को दुरूस्त करने, वेतन स्लिप, कर्मचारियों को बेवजह मुख्यालय बुलाकर प्रताडित न करना, पिछली कंपनी के शेष ग्रेच्युटी एरियर का तुरंत भुगतान शामिल है।
इसके अलावा एंबुलेंस की मेंटेनेंस और आडिटिंग समय-समय पर उच्चाधिकारियों द्वारा करवाई जाए, कर्मचारियों को प्रतिवर्ष दस फीसदी वेतन वृद्धि दी जाए।
उन्होंने कहा कि वे पिछले काफी समय से इन मांगों को विभिन्न मंचों पर उठा चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई न होने के चलते मजबूरन हक पाने के लिए सडक़ों पर उतरना पड़ा है।