सड़क बंद होने से आफत में फंसी मरीज की जान, परिजनाें ने 3 किलोमीटर पीठ पर उठाया, फिर पहुंचे अस्पताल

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धारटीधार – नरेश कुमार राधे 

सड़कों की बदहाली और विभाग की लापरवाही लोगों की जान पर भारी पड़ रही है। धारटीधार इलाके की धगेड़ा पंचायत में तीन महीने से बंद बेंदली-कून संपर्क सड़क के कारण एक मरीज को शुक्रवार की रात करीब 3 किलोमीटर पीठ पर उठाकर मुख्य सड़क तक पहुंचाना पड़ा।

यदि समय रहते मरीज को उसके परिजन मेडिकल काॅलेज नाहन नहीं पहुंचाते, तो उसकी जान भी जा सकती थी। हैरानी इस बात की है कि इस सड़क के मामले पर लोक निर्माण विभाग इसे पंचायत की बताकर पल्ला झाड़ रहा है, जबकि पंचायत का तर्क है कि यह सड़क विभाग की है।

जानकारी के अनुसार शुक्रवार की रात बालका बराटल गांव के 50 वर्षीय मदन सिंह की अचानक हालत बिगड़ गई, लेकिन बंद सड़क की वजह से उन्हें अस्पताल पहुंचाना इतना आसान नहीं था।

रात करीब 9 बजे उनकी तबीयत खराब होने के कारण उनके भाई बलिंद्र सिंह और बेटे राकेश ने उन्हें 3 किलोमीटर पीठ पर उठाकर पहले मुख्य सड़क तक पहुंचाया। करीब 10 बजे वह बेंदली पहुंचे।

इसके बाद उन्हें एम्बुलैंस से 23 किलोमीटर दूर मैडीकल कालेज नाहन पहुंचाया गया, जहां उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए तुरंत ऑप्रेशन करना पड़ा। यदि इलाज में थोड़ी भी देर होती तो मरीज की जान जा सकती थी। मदन सिंह अभी मैडीकल कालेज में उपचाराधीन हैं।

सबसे बड़ा सवाल यह है कि सड़क चाहे पंचायत की हो या फिर विभाग की, इसका खमियाजा ग्रामीण भुगत रहे हैं। इस मानसून में सड़कों की बदहाली किसी से छिपी नहीं है। संपर्क सड़कों की हालत बेहद खस्ता हो चली है।

ग्रामीण गोपाल सिंह, रघुवीर सिंह, गुमान सिंह, बलवंत सिंह आदि ने बताया कि तीन किलोमीटर लंबी इस सड़क को खोलने के लिए मशीन तो लगी है, लेकिन सुस्त कार्यप्रणाली के चलते यह अभी बहाल नहीं हो पाई है।

उन्होंने बताया कि सड़क बंद होने के कारण लोगों के वाहन लंबे समय से घरों के आसपास ही फंसे हैं। इस वजह से ग्रामीण भारी दिक्कतें झेल रहे हैं। स्कूली बच्चे परेशान हो रहे हैं।

लोगों को राशन, पानी घर पहुंचाना तक मुश्किल हो रहा है। यह दिक्कत ज्यादा बढ़ रही है जब किसी बीमार को अस्पताल पहुंचाना पड़े। ग्रामीणों ने इस सड़क को तुरंत बहाल करने की मांग की है।

एसडीओ दलीप चौहान के बोल 

उधर, एसडीओ दलीप चौहान ने बताया कि विभाग की सड़क खुली है। थोड़ा हिस्सा जो शेष रहता है वह पंचायत की सड़क है।

पंचायत प्रधान सुनीता देवी के बोल 

वहीं, पंचायत प्रधान सुनीता देवी ने बताया कि काफी समय पहले इस पर पंचायत का पैसा लगा था, लेकिन लंबे समय से अब यह विभाग के अधीन है। यह सड़क अभी बंद पड़ी है।

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