हिमखबर डेस्क
निरमंड से 10 जुलाई को रवाना हुए पहले जत्थे ने श्रीखंड कैलाश महादेव के दर्शन किए। निरमंड के जूना अखाड़ा से माता अंबिका और दतात्रेय स्वामी की श्रीखंड कैलाश के दर्शन को निकली छड़ी यात्रा 14 जुलाई को लौटेगी। छड़ी यात्रा के पहुंचने पर जूना अखाड़ा में विशाल भंडारे का आयोजन होगा।
श्रीखंड छड़ी यात्रा समिति के अध्यक्ष टाकेश्वर शर्मा ने बताया कि सात जुलाई को निरमंड के दशनामी जूना अखाड़ा से खन्ना कुदरत गिरि ने दावत गिरि की अध्यक्षता के नेतृत्व में छड़ी यात्रा को रवाना किया था।
माता अंबिका और स्वामी दतात्रेय की छड़ी यात्रा दस जुलाई को श्रीखंड कैलाश के दर्शन कर लौट आई है, जो सोमवार को जूना अखाड़ा पहुंचेगी।
अन्य राज्यों से भी पहुंच रहे श्रद्धालु
श्रीखंड महादेव यात्रा में इस बार हिमाचल ही नहीं, अन्य राज्यों से भी भक्त पहुंच रहे हैं। 18,570 फीट की ऊंचाई पर स्थित पवित्र शिवलिंग के दर्शन करने के लिए पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, गुजरात और केरल सहित अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु श्रीखंड पहुंच रहे हैं।
श्रद्धालू न सिर्फ कठिन चढ़ाई के रोमांच का अनुभव कर रहे हैं, बल्कि हिमालय की वादियों में प्राकृतिक सौंदर्य का भी भरपूर आनंद ले रहे हैं। शनिवार को भी कई श्रद्धालुओं ने श्रीखंड महादेव के दर्शन किए।
पंजाब निवासी श्रद्धालू हरदीप के बोल
पंजाब निवासी हरदीप ने बताया कि यह यात्रा जितनी कठिन है, उतनी ही अद्भुत भी है। उन्होंने कहा कि रास्ते में कई उतार-चढ़ाव हैं। इसलिए किसी स्थानीय व्यक्ति की मदद लेना जरूरी है।
हरदीप ने बताया कि उन्होंने इसके बारे में यूट्यूब पर देखा था और तभी यात्रा करने का निश्चय किया। उन्होंने श्रद्धालुओं को सलाह दी कि इस यात्रा पर वही आएं जो शारीरिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ हैं।
एसडीएम निरमंड मनमोहन सिंह के बोल
उधर, एसडीएम निरमंड मनमोहन सिंह ने बताया कि शनिवार सुबह कई श्रद्धालु दर्शन कर लौटे हैं। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि दिशा-निर्देशों का पालन करें।