हिमखबर डेस्क
लाहौल के सिस्सू में आयोजित यति स्नो फेस्टिवल का भव्य समापन हुआ। इस अवसर पर उपायुक्त लाहौल स्पीति राहुल कुमार ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
उन्होंने कहा कि जिला में सतत पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं, और यह आयोजन उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उपायुक्त ने कहा कि इस आयोजन ने सतत पर्यटन की नींव रखी है, जो कि पर्यटन विकास के लिए बेहद कारगर साबित होगा।
उपायुक्त राहुल कुमार ने आयोजन समिति के सदस्यों को इस सफल आयोजन के लिए बधाई दी। उन्होंने घोषणा की कि अगले वर्ष के स्नो फेस्टिवल के दौरान और अधिक आकर्षक कार्यक्रम जोड़े जाएंगे, ताकि पर्यटन व्यवसाय को और अधिक बढ़ावा मिल सके।
उन्होंने कहा कि जिला के विभिन्न पर्यटक स्थलों को उजागर करने के लिए भी विशेष आयोजन किए जाएंगे। समापन कार्यक्रम की शुरुआत लामाओं द्वारा विधिवत पूजा-अर्चना के साथ हुई।
इससे पहले उपायुक्त राहुल कुमार शोभायात्रा में भी शामिल हुए और उन्होंने स्नो वॉलीबॉल, तीरंदाजी तथा स्नो वॉल हीटिंग प्रतियोगिताओं का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागीय प्रदर्शनियों के साथ-साथ स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए स्वादिष्ट व्यंजनों और हस्तशिल्प उत्पादों के स्टॉल्स का भी उपायुक्त ने अवलोकन किया।
उन्होंने पर्यटकों से अपील की कि वे लाहौल के स्थानीय उत्पादों की खरीद कर स्थानीय कारीगरों को प्रोत्साहित करें।
यति स्नो फेस्टिवल आयोजन समिति के नोडल अधिकारी एवं डीएफओ (DFO) अनिकेत वनवे ने उपायुक्त राहुल कुमार, सहायक आयुक्त संकल्प गौतम और एसडीएम रजनीश शर्मा को हिमाचली टोपी और खतक पहनाकर सम्मानित किया। उन्होंने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह आयोजन पर्यटकों को आकर्षित करने में सफल रहा है।
लाबरंग गोम्पा कमेटी के सक्रिय कार्यकर्ता राजेश चंद ने जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार का इस आयोजन के सफल आयोजन के लिए आभार व्यक्त किया।
समापन समारोह के दौरान उपायुक्त राहुल कुमार ने पारंपरिक लाहौली गरफी नृत्य- महानाटी में भी भाग लिया, जिसमें विदेशी सैलानियों ने भी जमकर आनंद उठाया।
कार्यक्रम में स्थानीय महिला मंडल, एकलव्य विद्यालय कुक्कम सेरी के बच्चों और लायुल सुर संगम के कलाकारों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया।
स्टार कलाकारों में रोजी शर्मा और आकाश ने अपनी शानदार प्रस्तुतियों से समां बांधा और सैलानियों को नृत्य करने पर मजबूर कर दिया। इस दौरान स्थानीय लोगों सहित सैकड़ों पर्यटकों ने उत्सव का आनंद उठाया और इस भव्य आयोजन को सराहा।