चार पुलिसकर्मी शराब की पेटी सरकारी गाड़ी में लोड करते दिखे, वीडियो वायरल होने पर चारों पुलिसकर्मी सस्पेंड, एसपी सोलन ने बिठाई विभागीय जांच
सोलन – रजनीश ठाकुर
हिमाचल प्रदेश पुलिस की गरिमा को चंडीगढ़ में वर्दी में तैनात पुलिस कर्मियों ने दांव पर लगा दिया। चार पुलिस कर्मी, जिनमें एक सब इंस्पेक्टर और तीन आरक्षी शामिल हैं, एक शराब के ठेके से दारू की पेटी उठाते कैमरे में कैद हो गए। यह घटना चंडीगढ़ की है, और इसका वीडियो अब सोशल मीडिया से होते हुए पुलिस के आला अफसरों तक पहुंच चुका है।
वीडियो में साफ दिख रहा है कि चारों पुलिसकर्मी सरकारी गाड़ी में बैठकर शराब की पेटी लेकर लौट रहे हैं। सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि ये वही पुलिसकर्मी हैं जिन्हें राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री की प्रोटोकॉल ड्यूटी के लिए भेजा था। मतलब ड्यूटी पर थे, वर्दी में थे, सरकारी संसाधनों का उपयोग कर रहे थे, लेकिन हाथ में था शराब का सामान!
जब यह वीडियो सोलन पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह तक पहुंचा तो उन्होंने तुरंत एक अधीनस्थ अधिकारी को वीडियो का विश्लेषण करने का निर्देश दिया। जांच में पुष्टि होते ही कार्रवाई में देर नहीं लगाई गई, एक सब इंस्पेक्टर और तीन आरक्षी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिए गए हैं। वहीं छठी आईआरबी बटालियन कोलर धौलाकुआं के कमांडेंट को भी पूरे मामले की जानकारी दे दी गई है।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, चारों पुलिसकर्मी उसी वाहन में लौट रहे थे जिसे प्रशासन ने ड्यूटी के लिए मुहैया कराया था। इनमें से दो कर्मी सोलन के हैं जबकि एक सब इंस्पेक्टर और एक आरक्षी धौलाकुआं स्थित छठी आईआरबी बटालियन से हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब एक आम नागरिक दो बोतलों से अधिक के साथ यात्रा नहीं कर सकता है, इसके लिए वैध लाइसेंस अनिवार्य है। वहीं वर्दी में तैनात पोलिसकर्मियों का पूरी पेटी लेकर घूमना कई सवाल पैदा करता है।
चंडीगढ़ में शराब की कीमतें अपेक्षाकृत कम हैं, यही कारण है कि सीमावर्ती इलाकों में इस तरह की गतिविधियां होती रहती हैं। मगर जब कानून के रक्षक ही कानून तोड़ते दिखे, तो आम जनता के क्या उम्मीद की जा सकती है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि शराब की पेटी की खरीददारी पैसे देकर की गई थी या नहीं, लेकिन इतना तय है कि मामला बेहद गंभीर है और इसकी गूंज अब सिर्फ विभागीय जांच तक सीमित नहीं रहने वाली।
पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह के बोल
पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि वीडियो की प्रारंभिक जांच के आधार पर ही ये कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि विभागीय जांच आगे जारी है और अगर इसमें अन्य गंभीर तथ्य सामने आते हैं तो कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।