बर्फ़ से लकदक स्पीति की चंद्रताल झील किनारे कैमरे में कैद हुए “चुरु” प्रजाति के याक

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व्यूरो रिपोर्ट

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माइनस 40 डिग्री सेल्सियस शुष्क मौसम में बर्फ़ से लकदक स्पीति घाटी की चंद्रताल झील के समीप चुरु प्रजाति के याक कैमरे में कैद हुए हैं।

मार्च महीने के दूसरे सप्ताह में 4,500 मीटर की ऊंचाई पर बारालाचा-चंद्रताल के बीच बर्फीली पहाड़ियों को फतह करने आए बैक कंट्री स्नो टूरिंग अभियान दल के स्कीइंग टीम ने बर्फ़ के ढके चंद्रताल के वादियों में याक को विचरण करते हुए कैमरे में कैद किया है।

बैक कंट्री स्नो टूरिंग अभियान दल के सदस्य स्नो बोडर रिंगजीन थरमंगस और माउंटेनियर छिमैद दोरजी ने बताया कि अभियान के दौरान उन्हें दूर से चंद्रताल के टोकपो योंगमा के साउथ फेस छोर पर एक सफेद और दूसरा काला याक बर्फ़ के बीच एक छोटे से घास के पास दिखाई दिए। उन्होंने तुरंत दूर से ही कैमरे में याक के तस्वीर ले ली।

बता दें कि हिमालय संभाग के क्षेत्र तिब्बत, लदाख, अरुणाचल, नेपाल इलाकों के साथ हिमाचल प्रदेश जनजातीय क्षेत्र, किन्नौर, लाहौल-स्पीति घाटी में भी याक पाला जाता है। ट्रैक्टर व पावर टिलर के साथ आज भी परंपरागत क़ृषि प्रणाली को संजोए रखते हुए याक से हल जोतते हैं।

बिजाई के बाद याक को जंगल में छोड़ दिया जाता है और सर्द ऋतु शुरू होते ही फिर अनुकूल मौसम को देखते हुए याक को जंगल से वापस घरों में लाया जाता है।

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