सबका साथ सबका विकास नारा एक जुमला साबित होता नजर आ रहा है। जिसकी तस्वीरें हिमाचल प्रदेश जिला कांगड़ा की विधानसभा क्षेत्र देहरा के नंदपुर भटोली से आ रही है। अनमोल कुमार हिमाचल प्रदेश जिला कांगड़ा विकासखंड नगरोटा सूरिया की ग्राम पंचायत नंदपुर भटोली से ताल्लुक रखता है।
नगरोटा सुरियां, मनीष
सबका साथ सबका विकास नारा एक जुमला साबित होता नजर आ रहा है। जिसकी तस्वीरें हिमाचल प्रदेश जिला कांगड़ा की विधानसभा क्षेत्र देहरा के नंदपुर भटोली से आ रही है। अनमोल कुमार हिमाचल प्रदेश जिला कांगड़ा विकासखंड नगरोटा सूरिया की ग्राम पंचायत नंदपुर भटोली से ताल्लुक रखता है। जन्म से ही स्पाइन ट्यूमर जैसी गंभीर बीमारी के चलते अनमोल शारीरिक रूप से 80 प्रतिशत अक्षम है।
जीवन की विपरीत परिस्थितियों में भी शारीरिक रूप से अक्षम होने के बावजूद भी अनमोल कुमार में पढ़ने लिखने का एक जज्बा और जुनून है। अनमोल इस गांव का होनहार छात्र है व नगरोटा सूरिया के एक निजी स्कूल में पढ़ाई कर रहा है।
मगर घर से मुख्य सड़क तक रास्ता नहीं होने के कारण अनमोल की पढ़ाई पर इसका बहुत ही गहरा प्रभाव पड़ रहा है। जहां देश और प्रदेश में सबका साथ सबका विकास का नारा बड़े जोरों शोरों से दिया जा रहा है। वहीं तस्वीरें इसके विपरीत दिखती नजर आ रही है।
बच्चे की पढ़ाई की खातिर अनमोल कुमार की माता सुमनलता उसे प्रतिदिन अपनी पीठ पर उठाकर घर से तकरीबन 400 से 500 मीटर तक के उबड़ खाबड़ और बड़े-बड़े पत्थरों भरे नालानुमा रास्ते से गुजर कर उसके गंतव्य तक छोड़ती थी और वापस फिर पीठ पर उठा कर घर लाती थी ताकि उनकी आंखों का तारा अनमोल भी पढ़ लिखकर शिक्षा ग्रहण कर माता पिता की उम्मीदों पर खरा उतर सके। अनमोल के पिता ओमप्रकाश बाहर सेवा करते है। यही तस्वीरें 21वीं सदी के भारत की नारी सशक्तीकरण को भी दर्शाती है। जिसका मुख्य कारण घर से सड़क तक के रास्ते का निर्माण कार्य नहीं होना।
दिव्यांग अनमोल ने लगाई है सरकार व मुख्यमंत्री से गुहार
नाराजगी व्यक्त करते हुए दिव्यांग छात्र अनमोल कुमार ने मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश और स्थानीय प्रशासन से अपील की है कि वह रास्ते का जल्दी से जल्दी निर्माण करवाएं। जिससे कि वह अपनी पढ़ाई सुचारू रूप से कर सके। विकास के इस दौर में देखने वाली बात यह होगी कि मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश और स्थानीय प्रशासन इस काम को कितनी जल्द पूरा करवाते हैं। जिससे कि प्रदेशवासियों को भी लगे कि सबका साथ और सबका विकास हो रहा है।
स्कूल जाने में होगी दिक्कत, अभी कर रहा अॉनलाइन पढ़ाई
कारोनाकाल के कारण अनमोल स्कूल न जाकर ऑनलाइन पढ़ाई कर रहा है। लेकिन स्कूल खुलने की आहट उसके दिल में एक डर सा पैदा करती है कि वो अपंगता की बजह से आत्मनिर्भर नहीं है। इसलिए उसे डर सताता है कि वह दुबारा स्कूल खुलने से अपने माता पिता का बोझा बन कर स्कूल जा सकेगा क्योंकि इतने समय में भी आसपास के घरों के लिए सड़क नहीं बनी।