ठेकेदारों को नहीं सरकार का डर, कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह के आदेश के बावजूद भी बंद नहीं हुआ शराब का ठेका

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मंत्री के आदेशों के बावजूद सुन्नी में शराब का ठेका नहीं हुआ बंद, पंचायत सदस्यों ने दिया था सामूहिक इस्तीफ़ा

शिमला – नितिश पठानियां

हिमाचल प्रदेश के जिला शिमला के सुन्नी को बसंतपुर इलाक़े में शराब के ठेके को लेकर विवाद थम नहीं रहा है। कैबिनेट मंत्री के हस्तक्षेप और ठेका बंद करने के आदेशों के बाद भी यह दुकान खुली हुई है। ऐसे में ग्रामीण लगातार लामबंद हैं और फिर से मुखर हुए हैं। यहा तक कि पूरी पंचायत के पदाधिकारियों ने कुछ दिन पहले ठेके के विरोध में इस्तीफा दे दिया था।

दरअसल, सुन्नी की चेवड़ी पंचायत में शराब का ठेका अब तक बंद नहीं हुआ है। इस संबंध में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने एक्साइज़ कमिश्नर को सीधे आदेश जारी किए थे। बावजूद इसके शराब का ठेका चलाया जा रहा है। ठेका बंद न होने के विरोध में पंचायत सदस्यों ने सामूहिक इस्तीफ़ा भी दे चुके।

पंचायत प्रधान छविंदर सिंह पाल के बोल 

अब पंचायत के प्रधान छविंदर सिंह पाल ने कहा कि मंत्री के कहने के बावजूद शराब का ठेका बंद नहीं हुआ है। ऐसे में सवाल खड़ा हो जाता है कि यह सिस्टम कौन और किस तरह चला रहा है। यह सिस्टम पर एक बड़ा सवालिया निशान है।उन्होंने जल्द से जल्द इस शराब के ठेके को बंद करने की मांग उठायी है।

चेवड़ी पंचायत के प्रधान छविंदर सिंह पाल ने कहा कि एक तरफ़ सभी पंचायत को नशामुक्त बनाने की कोशिश कर रहे हैं और दूसरी तरफ़ यह शराब का ठेका खोला गया है। उन्होंने कहा कि पहले ही पंचायत अपने स्तर पर नशेड़ियों के ख़िलाफ़ सख़्त नियम बना चुका है।

पंचायत के लोग नहीं चाहते हैं कि इलाक़े में शराब का ठेका खोलकर नशे को बढ़ावा दिया जाए। ऐसे में जल्द से जल्द इस ठेके को बंद किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मंत्री के मीडिया में दिए गए बयान के बाद ही उन्होंने अपने आंदोलन को स्थगित किया था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

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