उत्तर प्रदेश से घूमने आए थे सैलानी, वाहन से फ्लैग रॉड निकालते समय कार में अंदर मिला हूटर, ट्रैफिक मजिस्ट्रेट सोमदेव अगुवाई में पुलिस ने की कार्रवाई
शिमला – नितिश पठानियां
समर सीजन में शिमला घूमने आए उत्तर प्रदेश के सैलानियों को वाहनों को मॉडिफाई करना मंहगा पड़ा। ट्रैफिक मजिस्ट्रेट सोमदेव की अगुवाई में पुलिस ने एक से ब्लैक फिल्म और दूसरे वाहन के बोनट के अंदर से हूटर तथा फ्लैग रॉड निकलवाकर कार्रवाई की।
इसमें ब्लैक फिल्म लगाने पर 7500 और हूटर और स्लग रॉड लगाने पर 2500 का चालान काटा गया। सैलानियों को यातायात नियमों का पाठ भी पढ़ाया। इसके अलावा मॉडिफाई करवा कर हेड लाइट में एलईडी लाइट लगा कर दौड़ रहे 7 वाहनों से मौके पर ही एलईडी लाइट निकलवाई गई।
शिमला-सोलन नेशनल हाईवे पर बुधवार को तारादेवी में पुलिस ने नाकेबंदी कर यह अभियान चलाया। सुबह 10:30 से दोपहर 1 बजे तक किए निरीक्षण के दौरान 29 वाहनों के चालान कर करीब 32000 रुपये जुर्माना वसूला गया। इससे पहले निरीक्षण के दौरान शोघी से शिमला की तरफ आ रहे उत्तरप्रदेश नंबर के एक निजी वाहन (एसयूवी) को रोका।
वाहन के बोनट पर फ्लैग रॉड लगी पाई गईं। इसे उतारने के लिए कार का बोनट खोला तो पुलिस को इसके अंदर हूटर मिला। यूपी के एक और अन्य वाहन में ब्लैक फिल्म लगी थी। जांच में पर्यटकों ने बताया कि फ्लैग रॉड और ब्लैक फिल्म लगाने पर हमारे यहां पर कोई नहीं पूछता है।
ट्रैफिक पुलिस ने स्लग रॉड सहित हूटर को कब्जे में लिया। इस दौरान 10 टैक्सी चालक बिना वर्दी पकड़े गए। सीट बेल्ट नहीं पहनने पर 9 चालान किए गए। इनके पांच-पांच सौ रुपये के चालान काटे। बिना हेलमेट का भी एक चालान किया गया।
पुलिस को दी कड़ी कार्रवाई की हिदायत
वाहनों की हेड लाइट में लो बीम और हाई बीम की सुविधा होती है लेकिन एलईडी लाइट सामने से आ रही गाड़ी के चालक की आंखों पर पड़ने से हादसा का खतरा रहता है। इसके अलावा शीशे में पारदर्शिता होना अनिवार्य है।
ट्रैफिक मजिस्ट्रेट सोमदेव ने पुलिस को मोटर व्हीकल एक्ट के नियमों की अवहेलना करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की हिदायत दी। उन्होंने वाहनों को मॉडिफाई करने और ब्लैक फिल्म लगाने पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

