ककीरा/चम्बा, भूषण गुरुंग
ककीरा शमशान घाट के पास ऒर लोकनिर्माण विभाग के जैई कार्यलय के पास ही लोगो द्वारा घरो का कूड़ा करकट औऱ खाने का सामान पॉलीथिन के लिफाफों मे भर कर फेक जाते है। साथ ही घरो के जो भी बेस्ट सामान होता है वो वहाँ पर फैंक के चले जाते है। जिससे पर्यवारण के साथ साथ गॉव वालों के पशुओ को भी नुकसान पहुच रहा है। कियो की लोग घरों के कुड्डा के साथ साथ पोलिथिनो के लिफ़ाफो रात की बची हुई सब्जियां और सब्जियों के छीलको को पॉलीथिन के बैग मे फैंक जाते है । जिस वजह पॉलीथिन के लिफाफा आदि खाने से स्लोड़का गॉव के दो तीन बैल और गाय मर चुकी है।
वही वन विभाग के चीड़ के पेड़ो को भी काफी नुकसान पहुच रहा है।जब इस बाबत स्लोड़का गॉव के सुकन्या दैवी से बात किया।उन्होंने बताया की वो हर अपने पशूओ को चराने के लिए काफी सालो से इसी जंगलो मेंआ रही है। उनका कहना है कि स्लोड़का गॉव की यही एक मात्र जंगल है जहाँ पर वो हर रोज अपने मवेशियों को चराने के लाते है । सुकन्या देवी ने बताया कि उनके दो पशु हाल ही मे चारे के साथ साथ पॉलीथिन खाने से मर गई। जिससे उनको काफी नुकसान उठाना पड़ा।
इसके अलावा गांव वालों के भी तीन चार पशू पॉलीथिन खाने से मर चुकी है। सुकन्या देवी ने बताया कि जब उन्होंने पशूओ को दफनाने से पहले उसका चमड़ा निकाला गया तो उनके पेट से लगभग 10 किलो से ज्यादा पॉलीथिन निकले तब पता चला कि गॉव के पशुओ का मृतयु चारे के साथसाथ पॉलीथीनो के खाने से हुआ उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि लोग खुले मे अपना कुड्डा करकट न फैके। उन्होंने प्रसासन से मांग की है कि खुले मे कुड्डा आदि फेकने वालो पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करें।