चिट्टा से सबसे अधिक प्रभावित पंचायतों को चिह्न्ति करने के दिए निर्देश, समितियों की हर माह नियमित रूप से आयोजित होगी बैठक
हिमखबर डेस्क
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि कांगड़ा जिला में पंचायत स्तर पर एंटी चिट्टा तथा नशा निवारण समितियां गठित की जाएंगी इस के लिए पंचायती राज विभाग के निर्देश जारी किए गए हैं। समितियों की हर माह नियमित रूप से बैठक आयोजित की जाएंगी, जिसमें क्षेत्र में चिट्टा व चिट्टा से सम्बन्धित गतिविधियों की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर इसे कानून प्रवर्तन एजेंसियों से साझा किया जाएगा। ये समितियां स्कूलों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर नशा निवारण व इससे होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करेंगी।
एंटी चिट्टा तथा नशा निवारण को लेकर कार्ययोजना तैयार करने के लिए वीरवार को डीसी आफिस के एनआईसी सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में मादक पदार्थों और नशे के सेवन एवं अवैध कारोबार को रोकने के लिए चिट्टे के खिलाफ निर्णायक लड़ाई आरम्भ की है तथा मुख्यमंत्री स्वयं इस अभियान की माॅनिटरिंग सुनिश्चित कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला में पंचायत स्तर तक की जाने वाली यह कार्रवाई अब तक चिट्टा के खिलाफ सबसे बड़ा प्रहार होगा। इस अभियान में सरकार के प्रतिनिधि, पुलिस, विभिन्न विभाग, स्वयं सेवी संस्थाएं तथा विद्यार्थी और अन्य लोग विभिन्न स्तरों पर कार्य करेंगे। इस दौरान नशा निवारण जागरूकता पर भी विशेष ध्यान केन्द्रित किया जाएगा।
अभियान के दौरान जिला, उपमंडल और अन्य स्तरों पर भी एंटी चिट्टा रैलियां आयोजित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग कांगड़ा जिला में चिट्टा से सबसे अधिक प्रभावित पंचायतें चिन्हित कर रहा है इन पंचायतों पर विशेष ध्यान केन्द्रित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि महाविद्यालयों में एंटी चिट्टा वालंटियर तैयार किये जाएंगे। पुलिस विभाग द्वारा अभियान को सफल बनाने के लिए वृहद रूपरेखा तैयार की जाएगी।
उन्होंने कहा कि नशा निवारण समितियां पंचायत स्तर पर नशा निवारण, चिट्टे के अवैध कारोबार को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। इसके साथ ही चिट्टे में संलिप्त पाए जाने वाले दोषियों की संपत्तियां तथा अतिक्रमण को हटाने के लिए सख्ती से कार्रवाई करने के निर्देश संबंधित एसडीएम तथा पुलिस प्रशासन को दी दिए गए हैं जबकि एनडीपीएक्ट के तहत संलिप्त पाए जाने वाले कर्मचारियों तथा अधिकारियों के खिलाफ भी उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
ये रहे उपस्तिथ
इस अवसर पर एडीएम विनय कुमार, एएसपी वीर बहादुर, देहरा तथा पालमपुर के जिला वन अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी विवेक करोल, पंचायती राज, शिक्षा विभाग के अधिकारियों उपस्थित थे जबकि वर्चुअल माध्यम से एसपी देहरा मंयक चैधरी, प्रिंसिपल टांडा मेडिकल कालेज मिलाप भी जुड़े रहे।

