बाण गंगा के तट पर कैप्टन शैलेश रियालच फाउंडेशन ने शहीद के शहादत दिवस पर घाट किया प्रशासन के हवाले, भजनों से महौल भक्तिमय
काँगड़ा – राजीव जस्वाल
कांगड़ा बाइपास स्थित बाणगंगा तट पर कैप्टन शैलेश रियालच फाउंडेशन द्वारा निर्मित बज्रेश्वरी घाट को मंगलवार को शहादत दिवस के अवसर पर विधिवत पूजा-अर्चना और हवन के उपरांत स्थानीय प्रशासन को सौंप दिया गया। सुबह से ही घाट परिसर में श्रद्धालुओं की आवाजाही बनी रही।
वैदिक मंत्रोच्चारण और भक्ति संगीत से पूरा वातावरण आध्यात्मिक स्वरूप में ढल गया। इस मौके पर प्रदेश के विख्यात गायक अभिषेक सोनी ने एक के बाद एक भजन गा कर पूरे माहौल को भक्ति के रंग में रंग दिया।
शहीद कैप्टन शैलेश रियालच के बड़े भाई रजत रियालच के बोल
शहीद कैप्टन शैलेश रियालच के बड़े भाई रजत रियालच ने अपने संबोधन में कहा कि घाट निर्माण उनके परिवार के लिए अत्यंत भावनात्मक क्षण है और इसके पूर्ण होने से उन्हें गहरा संतोष मिला है। उन्होंने बताया कि फाउंडेशन आगामी दो वर्षों तक घाट की संपूर्ण देखरेख स्वयं करेगा। साथ ही भविष्य में भी प्रशासन को आवश्यक सहयोग प्रदान करता रहेगा।
रजत रियालच ने यह भी कहा कि हरिद्वार की तर्ज पर यहां नियमित आरती का आयोजन किया जाएगाए, जिससे घाट की आध्यात्मिक पहचान और मजबूत होगी। परिवहन निगम कैबिनेट रैंक रघुवीर सिंह बाली ने कहा कि शहीद कैप्टन शैलेश रियालच के नाम पर किया गया यह कार्य प्रेरणादायक है।
24 नवंबर 1999 को कुर्बान हुए थे शैलेश रियालच
आल इंडिया एंटी टेरेरिस्ट फ्रंट के जिलाध्यक्ष बलविंद्र सिंह बबलू ने कहा कि अमर शहीद कैप्टन शैलेश रियालच का भारत देश हमेशा ऋणी रहेगा। नगरोटा बगवां की पंचायत अंबाड़ी के कैप्टन शैलेश रियाल्च आर्मी यूनिट 606 ईएमई में थे। जम्मू- कश्मीर के काजी कुंड में तैनात थे। वहां उग्रवादियों से लोहा लेते 24 नवंबर 1999 को शहीद हो गए थे । अदम्य साहस का परिचय दिया था।
जिलाधीश कांगड़ा हेमराज बैरवा के बोल
कार्यक्रम में जिलाधीश हेमराज बैरवा ने संबोधन में उन्होंने फाउंडेशन के कार्य की सराहना करते हुए कहा कि समाज और प्रशासन के संयुक्त प्रयासों से विकास की गति कई गुना बढ़ जाती है। ब्रजेश्वरी घाट भविष्य में कांगड़ा की धार्मिक पहचान का महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा। हवन-पूजन और संबोधनों के बाद ब्रजेश्वरी घाट को औपचारिक रूप से प्रशासन को हस्तांतरित किया गया। स्थानीय लोगों व श्रद्धालुओं ने इस पहल को क्षेत्र के धार्मिक एवं पर्यटन विकास की दिशा में ऐतिहासिक कदम बताया।

