इन्दौरा – शम्मी धीमान
संजवा दरबार में श्री कृष्ण जन्माष्टमी के महापर्व धूमधाम से मनाया गया । इस उपलक्ष्य पर शोभा यात्रा निकाली गई।
इस उपलक्ष्य पर इंदौरा की विधायक रीता धीमान भी इस शोभा यात्रा का हिस्सा रही । इस शोभा यात्रा में सरकार द्वारा जारी निर्देशों पर कोई अमल नहीं किया गया ।
एक तरफ यहां अभी भी प्रदेश में कोरोना महामारी का दौर जोरो पर है और सरकार हिमाचल को कोरोना मुक्त करने के लिए प्रयासरत है और इसके बारे में जन जन को जागरूक किया जा रहा है ओर सरकार के नुमाईंदे भी अपने अपने क्षेत्र में लोगो को सरकार द्वारा दिये गए दिशानिर्देशों की पालना करने की अपील कर रहे है।वही इसके उलट कल निकाली गई शोभायात्रा में इंदौरा की विधायक भी सैकड़ो लोगो की इस भीड़ में बिना मास्क लगाए सिर पर कलश उठाए नजर आईं।
इस से साफ जाहिर होता है अगर सरकार ही खुद के निर्देशों का पालन नहीं करेगी तो हम आम जनता से क्या उम्मीद कर सकते हैं । एक तरफ पूर्व में इंदौरा क्षेत्र के विधायक मनोहर धीमान घर घर जाकर लोगो को मास्क बांट कर व सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों को लोगो तक पहुंचा रहे हैं वह इसका पालन करने की बिनती कर रहे हैं वहीं आज वर्तमान विधायक हजारों की भीड़ में खुद भी बिना मास्क के व बाकी जनता भी सरकार के निर्देशो की धजियां उड़ाते नजर आए।
बिधायक ने शायद एक बार भी शोभायात्रा में एकत्रित हुए लोगो को मास्क का प्रयोग करवाने की बात कहने की अपनी जीमेदारी नही समझी। दर्जनों महिलाओं सहित बिना मास्क लगाए शोभायात्रा में भाग लेते समय का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूव वायरल हो रहा है जोकी सरकार द्वारा दीए गए आदेशों पर एक प्रश्नचिन्ह लगाता नजर आ रहा है। एक तरफ सरकार कोरोना की महामारी से जूझ रही है वहीं दूसरी तरफ सरकार के कुछ विधायक ही इसका अनुपालना करते नजर आ रहे है।
वहीं इस कार्यक्रम का आयोजन पंचायत जन प्रतिनिधि व स्थानीय पँचायत प्रधान की अध्यक्षता में आयोजित किया गया था किन्तु उनमे भी किसी ने मास्क न पहन कर सरकार के दिशानिर्देशो का कोई पालन नहीं किया। एक तरफ सरकार द्वारा पंचायत प्रतिनिधियों को कोरोनो प्रोटोकॉल का पालन करने व दूसरो से करवाने का जीमा दे रखा है किन्तु अगर वहीं इस प्रोटोकॉल का पालन नहीं करेगे तो जनता पर सरकारी दिशा निर्देशों को थोपने का उनके पास कोई आधिकार नहीं है ।
यहाँ एक तरफ सरकार विवाह शादियों में 100 लोगो की उपस्थिति की मान्यता दी है अगर इससे ज्यादा लोग हो जाए तो उनसे जूर्माना बसुला जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ अन्य कार्यक्रमों में किसी भी सरकारी निर्देश का पालन नहीं किया जा रहा है। अगर करोना वैश्विक महामारी यही से उग्र रूप ले ले तो इसके लिए कोन जीमेबार होगा सरकार, प्रशाशन व अन्य पंचायती प्रतिनिधि ।