मंडी – अजय सूर्या
हिमाचल प्रदेश अटल मेडिकल एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी 80 प्रतिशत पेपरलेस हो गई है जबकि शेष 20 प्रतिशत कार्य को भी जल्द ही पेपरलेस करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। यह जानकारी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर डॉ. सुरेंद्र कश्यप ने दी।
उन्होंने बताया कि जब से यूनिवर्सिटी की स्थापना हुई है तभी से आईटी और तकनीक को महत्व दिया जा रहा है। सारा सिस्टम मॉडयूल बेस पर कार्य कर रहा है। रजिस्ट्रेशन से लेकर एडमिशन, काउंसलिंग और फीस जमा करवाने तक की सारी प्रक्रिया ऑनलाइन माध्यम से ही अपनाई जा रही है। यहां तक की परीक्षा पत्रों की जांच भी ऑनलाइन माध्यम से की जा रही है।
डॉ. कश्यप ने बताया कि कॉलेज की अकाउंट से लेकर एस्टेबलिशमेंट तक की सभी ब्रांचों में 80 प्रतिशत कार्य ऑनलाइन माध्यम से किया जा रहा है। इससे जहां हर कार्य आसानी से हो रहा है वहीं पारदर्शिता भी पूरी तरह से बनी रहती है। उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी प्रबंधन का प्रयास है कि शेष बचे हुए 20 प्रतिशत कार्य को भी जल्द ही ऑनलाइन करके पूरी यूनिवर्सिटी की कार्यप्रणाली को ऑनलाइन कर दिया जाए। इस दिशा में कार्य जारी है।
2018 में हुई है स्थापना, लेकिन अभी तक अपना परिसर नहीं हुआ नसीब
बता दें कि अटल मेडिकल यूनिवर्सिटी हिमाचल प्रदेश की मेडिकल साइंस क्षेत्र की पहली और इकलौती यूनिवर्सिटी है। इस यूनिवर्सिटी की स्थापना वर्ष 2018 में की गई थी। यूनिवर्सिटी का सारा संचालन श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल नेरचौक के अस्थायी भवन से हो रहा है। अभी तक यूनिवर्सिटी को अपना स्थायी कैंपस नहीं मिल पाया है। इसके लिए जमीन की तलाश जारी है। बावजूद इसके यूनिवर्सिटी अपनी बेहतरीन सेवाओं की तरफ लगातार अग्रसर है।